छत्तीसगढ़ के 3 राष्ट्रीय उद्यानों के नाम 2024| 3 National Parks of Chattisgarh in Hindi

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छत्तीसगढ़, भारत का एक अद्वितीय राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हम बात करेंगे छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय उद्यान (National Parks of Chattisgarh) के बारे में, जो न केवल राज्य की प्राकृतिक सौंदर्यता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि उनमें विविधता से भरपूर वन्यजीवों के निवास करने का एक आदर्श स्थान हैं।

छत्तीसगढ़ में कुल कितने राष्ट्रीय उद्यान हैं?

छत्तीसगढ़ में कुल 3 राष्ट्रीय उद्यान हैं। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय उद्यानों के नाम हैं। ये सभी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में स्थित हैं और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है।

छत्तीसगढ़ के 3 राष्ट्रीय उद्यानों के नाम 2023| 3 National Parks of Chattisgarh in Hindi

छत्तीसगढ़ के 3 राष्ट्रीय उद्यानों के नाम 2024 | 3 National Parks of Chattisgarh in Hindi

गुरु घसीदास राष्ट्रीय उद्यान | Guru Ghasidas National Park

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के कोरिया और सूरजपुर जिलों में स्थित है। इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1981 में की गयी थी। यह उद्यान 1440.705 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। इस उद्यान का नाम छत्तीसगढ़ के महान संत गुरु घासीदास के नाम पर रखा गया है।

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में बाघ, तेंदुआ, हाथी, चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर, भालू, लकड़ा चील, मोर, हिरण, चित्तीदार हिरण, नीलगाय, सांभर, बार्किंग डियर, हॉर्नबिल, कठफोड़वा, उल्लू, गिद्ध, चील, आदि वन्यजीव पाए जाते हैं। इस उद्यान में 100 से अधिक प्रजातियों के पक्षी भी पाए जाते हैं।

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों पर्यटक इस उद्यान को देखने आते हैं। पर्यटक इस उद्यान में वन्यजीवों को देख सकते हैं, सफारी का आनंद ले सकते हैं, और कैंपिंग कर सकते हैं।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान | Indravati National Park

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम इंद्रावती नदी के नाम पर पड़ा है, जो पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और उद्यान की उत्तरी सीमा बनाती है।

इंद्रावती नैशनल पार्क 1975 में स्थापित किया गया था और इसका क्षेत्रफल 1,258 वर्ग किमी है। 1983 में इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।

इस राष्ट्रीय उद्यान में कई प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं, जिनमें बाघ, तेंदुआ, चीता, गौर, सांबर, नीलगाय, जंगली भैंस, और कई प्रकार के पक्षी शामिल हैं। यह उद्यान एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यहाँ हर साल लाखों लोग घूमने आते हैं। पर्यटक यहां जंगल सफारी, पक्षी देखने और प्रकृति के सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान | Kanger Valley National Park

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक भारत का राष्ट्रीय उद्यान है जो छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित है। यह 1982 में स्थापित किया गया था और इसका क्षेत्रफल 200 वर्ग किलोमीटर है। यह उद्यान कांगेर नदी के किनारे स्थित है और अपने समृद्ध वन्यजीवन और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इस उद्यान में 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी, 100 से अधिक प्रजातियों के स्तनधारी, 50 से अधिक प्रजातियों के सरीसृप और 20 से अधिक प्रजातियों के उभयचर पाए जाते हैं।

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख वन्यजीवों में बाघ, तेंदुआ, गौर, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, हाथी, भारतीय चित्तीदार बंदर, भारतीय लंगूर, भारतीय बन्दर, भारतीय उड़न गिलहरी आदि शामिल हैं।

इस राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख पक्षियों में मोर, मयूर, गिद्ध, बाज, उल्लू, तोता, कबूतर आदि शामिल हैं। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों पर्यटक इस उद्यान को देखने आते हैं।

छत्तीसगढ़ के 3 राष्ट्रीय उद्यानों के नाम, उनका स्थान, क्षेत्र और उल्लेखनीय प्रजातियाँ

छत्तीसगढ़ के 3 राष्ट्रीय उद्यानों के नाम, उनका स्थान, क्षेत्र और उल्लेखनीय प्रजातियाँ इस प्रकार हैं:

राष्ट्रीय उद्यानस्थानक्षेत्र (वर्ग किमी)उल्लेखनीय प्रजातियाँ
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यानबीजापुर1258बाघ, वन भैंसा, बारहसिंगा, तेंदुआ, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, बंदर, मोर, तीतर, कबूतर, गिद्ध, बाज, चील, आदि
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यानकोरिया और सूरजपुर1441बाघ, वन भैंसा, तेंदुआ, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, बंदर, मोर, तीतर, कबूतर, गिद्ध, बाज, चील, आदि
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यानबस्तर200बाघ, वन भैंसा, तेंदुआ, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, बंदर, मोर, तीतर, कबूतर, गिद्ध, बाज, चील, आदि

छत्तीसगढ़ के नैशनल पार्क: MAP

छत्तीसगढ़ के नैशनल पार्क: MAP

FAQs: Chattisgarh National Park

क्या इन राष्ट्रीय उद्यानों में वन्यजीवों का संरक्षण हो रहा है?

हां, इन उद्यानों का प्रमुख उद्देश्य वन्यजीव संरक्षण है।

छत्तीसगढ़ का सबसे बाद राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?

छत्तीस गढ़ का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान गुरु घसीदास राष्ट्रीय उद्यान है। यह उद्यान 1440.705 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय उद्यान न केवल प्राकृतिक सौंदर्यता का प्रतीक हैं, बल्कि वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण संरक्षण स्थल भी हैं। यहाँ की विविधता और जैव धरोहर का आदान-प्रदान इन उद्यानों को एक अद्वितीय स्थान बनाता है।

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