दोस्तों भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहाँ की सरकार संसदीय प्रणाली से चलती है। संविधान के अनुछेद 79 के अनुसार भारत की संसद लोकसभा, राज्यसभा तथा राष्ट्रपति से मिलकर बनती है। इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा की राज्यसभा क्या है तथा भारत में राज्यसभा की कितनी सीटें हैं। (Seats of Rajya Sabha in India in hindi)
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राज्यसभा क्या है? | Rajya Sabha kya hai?
राज्यसभा को भारतीय संसद की ऊपरी प्रतिनिधि सभा (council of states) है, जिसको संसद का ऊपरी सदन (Upper House of the Parliament) भी कहा जाता है।
राज्यसभा की स्थापना 3 अप्रैल 1952 को की गयी थी तथा इसकी पहली बैठक 13 मई 1952 को हुई थी। पहले इससे काउंसिल ऑफ़ स्टेट्स (council of states) कहा जाता था। 23 अगस्त, 1954 को काउंसिल ऑफ़ स्टेट्स का नाम बदल कर हिंदी में राज्यसभा गया था।
भारत के उप राष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं।
जिस प्रकार लोकसभा हर 5 साल में भंग हो जाती है तथा जनता द्वारा चुनाव से नये सदस्यों को चुना जाता है, इसके विपरीत राज्यसभा कभी भंग नहीं होती है।
राज्यसभा के सदस्यों का कार्यकाल 6 साल का होता है। राज्यसभा के ⅓ सदस्य हर २ साल में सेवानिवृत होते हैं तथा उनकी जगह नये सदस्यों को चुना या राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। सेवानिवृत हुए सदस्य फिर से चुनाव लड़ सकते हैं।
राज्यसभा में कितनी सीटें होती है। | Number of seats in Rajya Sabha
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार राज्यसभा में अधिकतम 250 सीटें निर्धारित की गयी हैं।
इनमे से 238 राज्यों (दिल्ली और पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर) तथा 12 राष्ट्रपति द्वारा नामित सदस्य होते हैं।
वर्तमान में राज्यसभा में 245 सदस्य हैं। जिसमें से 233 दिल्ली, पुडुचेरी और जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेशों को मिला कर अन्य राज्यों के प्रतिनिधि हैं और 12 राष्ट्रपति द्वारा नामित किए गए हैं।
राष्ट्रपति द्वारा नामित सदस्य साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों के संबंध में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव रखने वाले व्यक्ति होते हैं।
संविधान की चौथी अनुसूची राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को राज्यसभा में सीटों के आवंटन का प्रावधान करती है।
राज्यसभा की सीटों का आवंटन राज्यों की जनसंख्या के हिसाब से किया जाता है अर्थात जिस राज्य की जनसंख्या ज्यादा है उसको ज्यादा सीटें मिलती हैं तथा जिसकी सीटें कम हैं उसको कम सीटें मिलती है, जिससे राज्यसभा में सभी लोगो की सहभागिता बराबर रखी जा सके।
राज्यों के पुनर्गठन और नए राज्यों के गठन के परिणामस्वरूप, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आवंटित राज्य सभा में निर्वाचित सीटों की संख्या में 1952 से समय-समय पर परिवर्तन होता रहा है।
राज्यसभा का चुनाव लड़ने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
संविधान में अनुच्छेद 84 में राज्यसभा का सदस्य बन्ने तथा चुनाव लड़ने के लिए कुछ योग्यता निर्धारित की गयी हैं, जो की निम्लिखित है-
- चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति को भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
- उसकी आयु 30 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
- उसके पास संसद द्वारा बनाये गए कानून में निर्धारित योग्यता होनी चाहिए।
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भारत के राज्यों में राज्यसभा सीटों की संख्या | List of Rajya Sabha seats in India
क्रम | राज्य का नाम | राज्यसभा सीटें |
---|---|---|
1 | उत्तर प्रदेश | 31 |
2 | महाराष्ट्र | 19 |
3 | तमिलनाडु | 18 |
4 | बिहार | 16 |
5 | पश्चिम बंगाल | 16 |
6 | कर्नाटक | 12 |
7 | आंध्र प्रदेश | 11 |
8 | गुजरात | 11 |
9 | मध्य प्रदेश | 11 |
10 | ओडिशा | 10 |
11 | राजस्थान | 10 |
12 | केरल | 9 |
13 | असम | 7 |
14 | पंजाब | 7 |
15 | तेलंगाना | 7 |
16 | झारखंड | 6 |
17 | छत्तीसगढ़ | 5 |
18 | हरयाणा | 5 |
19 | हिमांचल प्रदेश | 3 |
20 | उत्तराखंड | 3 |
21 | अरुणांचल प्रदेश | 1 |
22 | गोवा | 1 |
23 | मणिपुर | 1 |
24 | मेघालय | 1 |
25 | मिजोरम | 1 |
26 | नागालैंड | 1 |
27 | सिक्किम | 1 |
28 | त्रिपुरा | 1 |
29 | जम्मू और कश्मीर | 4 |
30 | दिल्ली | 3 |
31 | पुडुचेरी | 1 |
32 | अंदमान और निकोबार | 0 |
33 | चंडीगढ़ | 0 |
34 | दादरा और नगर हवेली और दमन और दिउ | 0 |
33 | लक्षद्वीप | 0 |
34 | लधाक | 0 |
FAQs – राज्य सभा की सीटें
वर्तमान में राज्यसभा में कुल सीटों की संख्या 245 है। जिसमे से 233 को निर्वाचित किया जाता है तथा 12 को राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। राष्ट्रपति द्वारा नामित सदस्य साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों के संबंध में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव रखने वाले व्यक्ति होते हैं।
भारत में राज्यसभा की स्थापना 3 अप्रैल 1952 को की गयी थी तथा इसकी पहली बैठक 13 मई 1952 को हुई थी।
भारत के उपराष्ट्रपति ही राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। राज्यसभा के पहले सभापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। ये लगातार 2 बार (13.05.1952 से 12.05.1962 तक) राज्यसभा के सभापति रहे।
राज्यसभा की सीटें जनसँख्या के आधार पर बांटी गयी हैं। सबसे ज्यादा राज्यसभा की सीटें उत्तर प्रदेश (31) हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (19) तथा तमिलनाडु (18) हैं।
भारत के संविधान द्वारा राज्यसभा में अधिकतम सीटें दो सौ पचास (250) हो सकती हैं, जिसमें से 238 सदस्य निर्वाचित किए जाते हैं और 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं।