दोस्तों इस पोस्ट में मैं आपको भारत में यूनेस्को द्वारा घोषित किये गए विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Sites of India) के बारे में जानकारी देने वाला हूँ। अगर आपको विश्व धरोहर स्थल पर यह आर्टिकल पसंद आये तो आप इसको शेयर भी कर सकते हैं तथा ऐसे ही अन्य सामान्य ज्ञान के बारे में जानकारी के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल DailyBharatHindi से जुड़ सकते हैं।
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विश्व धरोहर स्थल क्या होता है?
विश्व धरोहर स्थल एक ऐसा क्षेत्र है जिसको यूनेस्को के अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन द्वारा क़ानूनी संरक्षण मिला होता है। World Heritage Sites संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की देख-रेख में प्रशासित की जाती हैं।
वर्ल्ड हेरिटेज साइट को यूनेस्को द्वारा उनके सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, वैज्ञानिक या अन्य प्रकार के महत्व के लिए नामित किया जाता है।
विश्व भर में ऐसे स्थलों जो सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत हों तथा मानवता के लिए उत्कृष्ट मूल्य रखती हो यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों में शामिल की जात ही हैं।
UNESCO द्वारा विश्व धरोहर को मूर्त (Tangible) और अमूर्त (Intangible) धरोहर में बांटा गया है। Tangible का मतलब ऐसी चीज से होता है जिसको आप छू सको, देख सको तथा जो वास्तविक है। Intangible का अर्थ ऐसी चीज से हॉट है जिसको आप छू नहीं सकते, देख नहीं सकते, महसूस नहीं कर सकते लेकिन वो मौजूद है जैसे की हमारी संस्कृति।
Tangible या मूर्त विरासत स्थलों को सांस्कृतिक और प्राकृतिक दो भाग में बांटा गया है।
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विश्व विरासत धरोहर स्टेटस मिलने से क्या लाभ होता है?
विश्व स्तरीय पहचान- विश्व विरासत धरोहर की मान्यता मिलने पर किसी स्थान को विश्व स्तर पर एक नयी पहचान मिलती है। इसके द्वारा किसी स्थान के असाधारण और उत्कृष्ट होने की पहचान होती है।
वित्तीय लाभ- यूनेस्को द्वारा world heritage site की मान्यता मिलने पर किसी स्थान को वैश्विक संस्थाओं द्वारा सुरक्षा व संरक्षण के लिए अनुदान मिलता है।
पर्यटन की दृष्टी से लाभ- विश्व विरासत सूची में शामिल होने के बाद उस स्थल को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हो जाती है जिसके फलस्वरूप उस राष्ट्र को पर्यटन की दृष्टी से आर्थिक लाभ होता है।
युद्ध के समय सुरक्षा- वर्ल्ड हेरिटेज स्थल को जिनेवा कन्वेंशन के तहत युद्ध की परिस्थिति में गलत तरह से उपयोग या उसमे तोड़ फोड़ नहीं की जा सकती है।
एक बार यदि कोई देश विश्व विरासत कन्वेंशन का हिस्सा बन जाता है और उसका कोई स्थल विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल हो जाता है तो इसके फलस्वरुप सरकारों और नागरिकों के मध्य उस विरासत के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाई जाती है।
जागरूकता उस स्थल को सुरक्षा और संरक्षण देने में मदद प्रदान करती है।
यूनेस्को द्वारा मूर्त स्थलों का चयन करने के मानदंड क्या हैं? | Criteria of Tangible World Heritage Sites Selection
- मानव रचनात्मक प्रतिभा की उत्कृष्ट कृति का प्रतिनिधित्व किया हो।
- सांस्कृतिक परंपरा या जिवंत या लुप्त किसी सभ्यता का अनोखा व असाधारण प्रमाण हो।
- किसी निश्चित समयवादी में या विश्व के सांस्कृतिक क्षेत्र के भीतर वास्तुकला या तकनिकी का उत्थान, स्मारक कलाओं, शहर योजना या Landscape Design के सम्बन्ध में मानव मूल्यों के महत्वपूर्ण अंतर्विनिमय को प्रदर्शित करता हो।
- किसी भवन, वास्तुकला, तकनिकी कलाकारों के समूह या लैंडस्केप जिसमे मानव इतिहास के महत्वपूर्ण चरण को चित्रित करता हो, का उत्कृष्ट उद्धरण हो।
- विलक्षण प्राकृतिक घटनाओ को समाहित करे या प्राकृतिक सौंदर्य का असाधारण क्षेत्र व सौंदर्य महत्व।
- पारंपरिक मानव बस्ती, जमीन के उपयोग, समुद्र-उपयोग जो संकृति का प्रतिनिधि हो पर्यावरण के साथ मानव संपर्क का उत्कृष्ट उद्धरण हो। विशेषत जब यह अपूर्णीय क्षति से प्रभावित होकर अतिसंवेधानशील हो गया है।
- प्रत्यक्ष या पारंपरिक तौर पर किसी जीवित परंपरा या त्यौहार से जुड़ा हो; विचार, आस्थाओं के साथ, कलात्मक और साहित्यिक कार्य की सार्वभौमिक उत्कृष्ट महत्व से युक्त हो।
- स्थलीय, शुद्ध पानी, तटीय और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र और पौधों और जानवरों के समुदाय के विकास और उत्थान के लिए पारिस्थितिकी और जैविक क्रियाविधि का उत्कृष्ट उद्धरण हो।
- मानव जीवन के इतिहास का विवरण, भू प्रारूपों के विकास में महत्वपूर्ण, अवितरित भू-वैद्यानिक प्रक्रियाओं या महत्वपूर्ण भूगोल की विशेषताओं सहित पृथ्वी के इतिहास की प्रमुख अवस्थाओं को दर्शाने का उत्कृष्ट उदहारण हो।
- जविक विविधता के स्व स्थाने संरक्षण के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक आवास शामिल करने के लिए, जिसमे विज्ञान या संरक्षण के दृष्टिकोण से खतरों में मौजूद प्रजातियाँ और उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य शामिल हैं।
भारत के प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल के नाम की सूची | Name of Natural World Heritage Sites of India in Hindi
भारत में 8 प्राकृतिक विश्व विरासत स्थल हैं। इन natural world heritage sites की सूची निम्न दी गयी है।
स. | प्राकृतिक विश्व विरासत | राज्य | अधिसूचना वर्ष |
---|---|---|---|
1 | नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान और फूलों की घटी | उत्तराखंड | 1982, 2005 |
2 | काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान | असम | 1985 |
3 | केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान | राजस्थान | 1985 |
4 | मानस वन्यजीव अभ्यारण | असम | 1985 |
5 | सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान | पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गोवा | 1984 |
6 | पश्चिमी घाट (Western Ghat) | कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल | 2012 |
7 | ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क | हिमांचल प्रदेश | 2014 |
8 | कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान | सिक्किम | 2016 |
भारत के सांस्कृतिक विश्व विरासत के नाम | Name of Cultural Heritage Sites of India in Hindi
स. | सांस्कृतिक विश्व विरासत के नाम | राज्य | वर्ष |
---|---|---|---|
1 | आगरा का किला | उत्तर प्रदेश | 1983 |
2 | अजंता की गुफा | महाराष्ट्र | 1983 |
3 | ताज महल | उत्तर प्रदेश | 1983 |
4 | बुद्ध स्मारक | मध्य प्रदेश | 1980 |
5 | एलोरा की गुफा | महाराष्ट्र | 1983 |
6 | महाबलीपुरम के स्मारक | तमिलनाडु | 1984 |
7 | सूर्य मंदिर, कोणार्क | ओडिशा | 1984 |
8 | चर्च और गोवा का काफिला | गोवा | 1986 |
9 | फतेहपुर सिकरी | उत्तर प्रदेश | 1986 |
10 | हम्पी के समूह स्मारक | कर्नाटक | 1986 |
11 | खाजुराहो के स्मारक | मध्य प्रदेश | 1986 |
12 | एलिफेंटा गुफा | महाराष्ट्र | 1987 |
13 | महान जीवित चोल मंदिर | तमिल नाडू | 1987 |
14 | पट्टदकल के स्मारक | कर्नाटक | 1987 |
15 | हुमायूँ का मकबरा | दिल्ली | 1993 |
16 | क़ुतुब मीनार | दिल्ली | 1993 |
17 | भारतीय पर्वतीय रेल, दार्जिलिंग | विभिन्न भारतीय राज्य | 1999, 2005, 2009 |
18 | महाबोधि बोध गया मंदिर | बिहार | 2002 |
19 | भीमबेटका की गुफाएं | मध्य प्रदेश | 2003 |
20 | छत्रपति शिवाजी टर्मिनल्स | महाराष्ट्र | 2004 |
21 | चंपानेर – पावागढ़ पुरातात्विक पार्क | गुजरात | 2004 |
22 | लाल किला परिसर | दिल्ली | 2007 |
23 | मुंबई के विक्टोरियन ओर आर्ट डेको | महाराष्ट्र | 2018 |
24 | जंतर-मंतर जयपुर | राजस्थान | 2010 |
25 | राजस्थान के पहाड़ी किले | राजस्थान (चित्तोरगढ़, आमेर, जैसलमेर, रंथंबोरे) | 2013 |
26 | रानी की वन | गुजरात | 2014 |
27 | नालंदा महाविहार पुरातात्विक स्थल | बिहार | 2016 |
28 | ले करबुसिएर के वास्तुशिल्प कार्य | चंडीगढ़ | 2016 |
29 | अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर | गुजरात | 2017 |
30 | गुलाबी शहर जयपुर | राजस्थान | 2019 |
31 | रामप्पा मंदिर | तेलंगाना | 2021 |
32 | धोलावीरा | गुजरात | 2021 |
भारत में अमूर्त सांस्कृतिक स्थल | Intangible Cultural Sites of India in Hindi
भारत की कुल 14 अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Sites) यूनेस्को द्वारा विश्व अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल हैं।
स. | भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के नाम | वर्ष |
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1 | वैदिक मंत्रोच्चार की परंपरा | 2008 |
2 | रामलीला . रामायण का पारंपरिक प्रदर्शन | 2008 |
3 | कुटियाट्टम – संस्कृत रंगमंच | 2008 |
4 | रमन, धार्मिक त्योहार और गढ़वाल हिमालय, भारत का अनुष्ठान थियेटर | 2009 |
5 | मुदियेट्टू, केरल के अनुष्ठान थिएटर और नृत्य नाटक | 2010 |
6 | राजस्थान के कालबेलिया लोक गीत और नृत्य | 2010 |
7 | छऊ नृत्य | 2010 |
8 | लद्दाख का बौद्ध जप: ट्रांस-हिमालयी लद्दाख क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर, भारत में पवित्र बौद्ध ग्रंथों का पाठ | 2012 |
9 | मणिपुर का संकीर्तन, अनुष्ठान गायन, ढोल नगाड़ा और नृत्य | 2013 |
10 | जंडियाला गुरु, पंजाब के ठठेरों के बीच बर्तन बनाने के पारंपरिक पीतल और तांबे के शिल्प | 2014 |
11 | योग | 2016 |
12 | नवरोज़ | 2016 |
13 | कुम्भ मेला | 2018 |
14 | दुर्गा पूजा, कोलकत्ता | 2021 |
भारत की मिश्रित विश्व धरोहर | Mixed World Heritage Site of India in Hindi
स. | मिश्रित विश्व धरोहर | राज्य | वर्ष |
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1 | खांगचेंदज़ोंगा राष्ट्रीय उद्यान | सिक्किम | 2016 |
भारत में यूनेस्को विश्व विरासत – FAQs
भारत में कुल 40 वर्ल्ड हेरिटेज साइट हैं। इनमे 7 प्राकृतिक, 32 सांस्कृतिक और 1 मिश्रित स्थल हैं।
भारत में सबसे ज्यादा विश्व विरासत स्थल महाराष्ट्र में स्थित हैं। महाराष्ट्र में अभी तक कुल 5 विश्व विरासत स्थल हैं। अजंता की गुफाएं, एलोरा की गुफाएं, एलिफेंटा की गुफाएं, मुंबई के विक्टोरियन एंसेंबल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस महाराष्ट्र के 5 विश्व विरासत स्थल हैं।
भारत के पहले विश्व धरोहर स्थल अजंता की गुफाएं, एलोरा की गुफाएं, आगरा का किला और ताजमहल थे। ये सभी विश्व धरोहर समिति के 1983 के सत्र में विश्व धरोहर स्थल में शामिल किए गए थे।
धोलावीरा और रामप्पा मंदिर ‘सांस्कृतिक’ श्रेणी के तहत विश्व धरोहर स्थल की सूची में नवीनतम शामिल किये गए हैं। ‘रामप्पा मंदिर’, तेलंगाना और ‘धोलावीरा’, गुजरात को 2021 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है।
भारत की एकमात्र मिश्रित विश्व धरोहर खांगचेंदज़ोंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम में स्थित है।
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